पुराना मन्दिर (purana mandir)1984 story
बॉलीवुड में हॉरर फिल्मों का ट्रेंड स्थापित किया रामसे ब्रदर्स में और एक के बाद कई जबरदस्त हॉरर फिल्में पेश कीं जो उस वक़्त सुपरहिट हुईं।उन्ही फिल्मों में से एक बड़ी कामयाब फ़िल्म का नाम है पुराना मन्दिर जो 1984 में रिलीज हुई थी
फ़िल्म की कहानी शुरू होती है आज से 200 साल पहले राजा हरिमन सिंह की रियासत से जहां एक दुष्ट तांत्रिक सामरी रहता था जो अपने तंत्र मंत्र द्वारा मासूम लोगो को अपना शिकार बनाता था।
राजा के आदेश से उसको मृत्युदंड दिया जाता है और उसके सर को धड़ से अलग कर दिया जाता है।उसके सर को एक त्रिशूल के पीछे राजा के महल में रख दिया जाता है और धड़ को एक मन्दिर के पीछे दफना दिया जाता है।सामरी राजा को श्राप देता है कि उसके खानदान में हर स्त्री अपने बच्चे को जन्म देते वक्त मर जाएगी और जिस दिन सामरी का सर उसके धड़ से जुड़ गया वो फिर से जिंदा हो जाएगा और सबको मार डालेगा।
इस घटना के कई साल बाद राजा के पोते रणवीर सिंह का जमाना आ चुका है जो अब शहर में रहते हैं।जिनकी एक बेटी है जो एक लड़के से प्यार करती है लेकिन राजा साहब उसकी शादी के लिए तैयार नही होते क्योंकि उन्हें ये डर है कि शादी के बाद मां बनते वक़्त उनकी बेटी की मौत हो जाएगी।
तो फिर उनकी बेटी अपने प्रेमी और कुछ दोस्तों के साथ अपने महल में जाती है इस श्राप से मुक्ति पाने।
घटनाएं कुछ इस तरह घटती हैं कि सामरी फिर से जिंदा हो जाता है और लोगो को मारना शुरू कर देता है और सारे इलाके में दहशत फैल जाती है
आखिरकार सामरी उसी त्रिशूल से काबू में आता है जिसके साये में उसके सर को रखा गया था फिर उसे बांध कर जला कर मार दिया जाता है और इस तरह कहानी का एक सुखद अंत होता है
फ़िल्म की कहानी शुरू होती है आज से 200 साल पहले राजा हरिमन सिंह की रियासत से जहां एक दुष्ट तांत्रिक सामरी रहता था जो अपने तंत्र मंत्र द्वारा मासूम लोगो को अपना शिकार बनाता था।
राजा के आदेश से उसको मृत्युदंड दिया जाता है और उसके सर को धड़ से अलग कर दिया जाता है।उसके सर को एक त्रिशूल के पीछे राजा के महल में रख दिया जाता है और धड़ को एक मन्दिर के पीछे दफना दिया जाता है।सामरी राजा को श्राप देता है कि उसके खानदान में हर स्त्री अपने बच्चे को जन्म देते वक्त मर जाएगी और जिस दिन सामरी का सर उसके धड़ से जुड़ गया वो फिर से जिंदा हो जाएगा और सबको मार डालेगा।
इस घटना के कई साल बाद राजा के पोते रणवीर सिंह का जमाना आ चुका है जो अब शहर में रहते हैं।जिनकी एक बेटी है जो एक लड़के से प्यार करती है लेकिन राजा साहब उसकी शादी के लिए तैयार नही होते क्योंकि उन्हें ये डर है कि शादी के बाद मां बनते वक़्त उनकी बेटी की मौत हो जाएगी।
तो फिर उनकी बेटी अपने प्रेमी और कुछ दोस्तों के साथ अपने महल में जाती है इस श्राप से मुक्ति पाने।
घटनाएं कुछ इस तरह घटती हैं कि सामरी फिर से जिंदा हो जाता है और लोगो को मारना शुरू कर देता है और सारे इलाके में दहशत फैल जाती है
आखिरकार सामरी उसी त्रिशूल से काबू में आता है जिसके साये में उसके सर को रखा गया था फिर उसे बांध कर जला कर मार दिया जाता है और इस तरह कहानी का एक सुखद अंत होता है
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